पीरियड्स में पैड कब बदलना है? छोटी सी गलती बन सकती है इंफेक्शन की वजह!

PERIODS PAD

पीरियड्स (Periods) के दौरान महिलाएं लीकेज (Leakage) से बचने के लिए सैनिटरी पैड्स (Sanitary Pads) का इस्तेमाल करती हैं। हालांकि अब मार्केट में टेंपून (Tampons), मेंस्ट्रुअल कप (Menstrual Cup) और डिस्पोजेबल पैंटी (Disposable Panty) जैसे कई ऑप्शन मौजूद हैं।

अक्सर देखा जाता है कि जब हैवी फ्लो (Heavy Flow) होता है, तो महिलाएं जल्दी-जल्दी पैड बदलती हैं, लेकिन लो फ्लो (Low Flow) या कम ब्लीडिंग (Bleeding) होने पर कई बार घंटों तक एक ही पैड पहने रहती हैं। ऐसा करना सेहत के लिए खतरनाक (Dangerous) साबित हो सकता है।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, चाहे फ्लो कम हो या ज़्यादा, हर 4 से 6 घंटे (Every 4–6 Hours) में पैड जरूर बदलना चाहिए। अगर आप एक ही पैड को लंबे समय तक यूज करती हैं, तो इससे वजाइनल इंफेक्शन (Vaginal Infection) और यूटीआई (UTI) का खतरा बढ़ जाता है।

कई पैड्स में इस्तेमाल किए गए केमिकल्स (Chemicals) स्किन के कॉन्टैक्ट में लंबे समय तक रहने से इचिंग (Itching), रैशेज (Rashes) और यहां तक कि एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) या कैंसर (Cancer) का रिस्क भी बढ़ा सकते हैं।

यहां तक कि अगर ब्लीडिंग न के बराबर हो या पैड सूखा लगे, तब भी हर 3 से 4 घंटे में उसे बदलना जरूरी है। ऐसा करने से मेंट्रुअल हाइजीन (Menstrual Hygiene) बनी रहती है और संक्रमण से बचाव होता है।

याद रखें — साफ-सफाई और समय पर पैड बदलना ही पीरियड्स में खुद का ख्याल रखने का सबसे आसान और जरूरी तरीका है।

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