करवाचौथ सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चांद को देखकर व्रत खोलती हैं। यह पर्व खासतौर पर उत्तर भारत के राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बड़े उत्साह से मनाया जाता है।
करवाचौथ 2025 की तारीख में कंफ्यूजन
इस साल करवाचौथ की तिथि को लेकर कुछ भ्रम की स्थिति बनी है क्योंकि कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर और 10 अक्टूबर दोनों दिन पड़ रही है। पंचांग के अनुसार, चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर की शाम से शुरू होकर 10 अक्टूबर की शाम तक रहेगी। इसलिए 2025 में करवाचौथ का व्रत 10 अक्टूबर, शुक्रवार को रखा जाएगा।
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शुभ मुहूर्त और चंद्र दर्शन का समय
इस वर्ष शुभ मुहूर्त सुबह 5:16 बजे से शाम 6:29 बजे तक रहेगा। चंद्रमा का उदय 10 अक्टूबर की शाम लगभग 7:42 बजे होगा। व्रत खोलने के लिए यह समय सबसे शुभ माना जाता है।
करवाचौथ व्रत का महत्व
करवाचौथ का व्रत बहुत कठोर माना जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं सूर्योदय से लेकर चंद्रमा के दर्शन तक निर्जला व्रत रखती हैं। वे अपने हाथों में मेहंदी लगाकर सोलह श्रृंगार करती हैं। शाम को शुभ मुहूर्त में चौथ माता की पूजा और करवा चौथ की कथा सुनने के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत पूरा करती हैं। यह व्रत पति की लंबी उम्र और परिवार की खुशहाली के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है